Delhi Pollution: दिल्ली–एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण ने लोगों की परेशानियां बढ़ा दी हैं। सांस लेना मुश्किल हो रहा है, और अस्थमा व फेफड़ों के मरीजों की सेहत पर इसका गंभीर असर पड़ रहा है। प्रदूषण और कमजोर इम्यूनिटी की वजह से कई स्वास्थ्य समस्याएं पैदा हो सकती हैं। बच्चों की इम्यूनिटी को मजबूत बनाने के लिए इन उपायों को अपनाएं।
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दिल्ली प्रदूषण और बच्चों की इम्यूनिटी: देशभर के कई इलाकों, खासकर दिल्ली में, प्रदूषण का स्तर 400 के पार पहुंच चुका है। खराब होती एयर क्वालिटी (AQI) को देखते हुए दिल्ली के स्कूलों में पहली से पांचवीं कक्षा तक के बच्चों को घर पर रहने के निर्देश दिए गए हैं। दिल्ली–एनसीआर में सांस लेना कठिन हो गया है, और अस्थमा व श्वसन संबंधी बीमारियों से ग्रस्त मरीजों को भी घर के भीतर रहने की सलाह दी गई है। प्रदूषण के साथ कमजोर इम्यूनिटी वायरल संक्रमण या खांसी–जुकाम का खतरा बढ़ा रही है, जो बच्चों और बुजुर्गों पर अधिक प्रभाव डाल रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि घर पर रहें, मास्क पहनें और इम्यूनिटी बढ़ाने वाले उपायों को जरूर अपनाएं।
बच्चों का इम्यून सिस्टम अक्सर कमजोर होता है, इसलिए उनकी सेहत का खास ख्याल रखना जरूरी है। डॉक्टर या विशेषज्ञ की सलाह के साथ–साथ बच्चों की इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए कुछ घरेलू नुस्खे भी अपनाए जा सकते हैं। आइए जानते हैं, किन खाद्य पदार्थों और पेय पदार्थों की मदद से आप बच्चों का इम्यून सिस्टम मजबूत बना सकते हैं।
दिल्ली प्रदूषण और बच्चों की इम्यूनिटी : बच्चों की ऐसे बढ़ाएं इम्यूनिटी
हल्दी का पानी
यदि आपका बच्चा 3 साल से अधिक उम्र का है, तो उसे हल्दी वाला दूध या पानी देना फायदेमंद हो सकता है। हल्दी में एंटीइंफ्लेमेटरी, एंटीसेप्टिक और एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं। भारत में इसे सदियों से आयुर्वेदिक औषधि के रूप में उपयोग किया जा रहा है। हल्दी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर के इम्यून सिस्टम को सुधारने और उसे लंबे समय तक मजबूत बनाए रखने में मदद करते हैं। वहीं, 3 साल से कम उम्र के बच्चों के आहार में हल्दी को शामिल करने के लिए दलिया या चीला बनाते समय उसमें हल्दी का उपयोग किया जा सकता है।
जायफल का नुस्खा
जायफल एक ऐसा मसाला है जो न केवल खाने का स्वाद बढ़ाता है, बल्कि पोषक तत्वों से भी भरपूर है। इसकी तासीर गर्म होती है, और यह सर्दी–खांसी से जल्दी प्रभावित होने वाले बच्चों के लिए बेहद फायदेमंद है। 5 साल से कम उम्र के बच्चों को जायफल घिसकर एक चम्मच दूध में मिलाकर दिया जा सकता है। यह ठंड के मौसम में शरीर को अंदर से गर्म रखने में मदद करता है और इसके गुण इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने का काम करते हैं।
शहद और अदरक
अदरक और शहद का नुस्खा आज भी खांसी से राहत दिलाने में बेहद प्रभावी माना जाता है। यह नुस्खा न सिर्फ खांसी को कम करता है, बल्कि इम्यूनिटी को भी बढ़ाने में मदद करता है। बच्चों और बड़ों दोनों के लिए यह एक कारगर उपाय है। आधा चम्मच शहद में आधा चम्मच अदरक का रस मिलाकर रोजाना बच्चों को दें। रात में सोने से पहले इसका सेवन कराना सबसे ज्यादा फायदेमंद होता है। अदरक में मौजूद एंटी–इंफ्लामेटरी गुण खांसी और जुकाम के कारण होने वाली सूजन को कम करने में मदद करते हैं।
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गर्म पानी और स्टीम
बच्चों की छाती में जमा कफ को बाहर निकालने के लिए गर्म पानी पीने और भाप लेने जैसे घरेलू उपाय बेहद प्रभावी हो सकते हैं। गर्माहट की मदद से छाती में जमे कफ को आसानी से बाहर निकाला जा सकता है। भाप लेते समय पानी में नीम या तुलसी की ताजा पत्तियां डालना फायदेमंद हो सकता है। इनमें मौजूद एंटीइंफ्लामेटरी और एंटीबैक्टीरियल गुण छाती में संक्रमण को कम करने और राहत दिलाने में सहायक होते हैं।