नींद की कमी के लक्षण : रोजाना 7-8 घंटे की नींद लेना अच्छे स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है। ऐसा न करने पर कई शारीरिक और मानसिक समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। जब नींद पूरी नहीं होती, तो हमारा शरीर हमें कुछ संकेत (Signs of Sleep Deprivation) देता है, जो यह साफ इशारा करते हैं कि हमें अधिक आराम की जरूरत है, लेकिन अक्सर हम इन्हें नजरअंदाज कर देते हैं। आइए जानते हैं नींद पूरी न होने पर शरीर में दिखाई देने वाले लक्षणों के बारे में।
Table of Contents
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Sleep Deprivation Signs: बदलती जीवनशैली में हम अक्सर अपनी नींद को नजरअंदाज कर देते हैं। कई लोग ऐसे हैं जो रोजाना 7 घंटे से कम की नींद लेते हैं, जिसका असर केवल शारीरिक ही नहीं बल्कि मानसिक स्वास्थ्य पर भी पड़ता है। नींद हमारे संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी है। पर्याप्त नींद न लेने का असर हमारे शरीर के हर अंग पर दिखाई देता है। ऐसे में नींद की कमी के कई लक्षण (Symptoms of Lack of Sleep) हमारे शरीर में प्रकट होते हैं, जिन्हें हम अक्सर अनदेखा कर देते हैं, जबकि ये संकेत हमें अधिक आराम की आवश्यकता बताते हैं।
नींद की कमी के लक्षण : नींद की कमी की ओर इशारा करने वाले संकेत (Signs of Sleep Deprivation)
- थकान और सुस्ती – नींद की कमी का सबसे आम संकेत थकान और सुस्ती का अनुभव है। दिन भर नींद आना, काम में मन न लगना, और हर वक्त थकावट महसूस करना, ये सभी नींद की कमी को दर्शाते हैं।
- मूड में बदलाव – नींद पूरी न होने से मूड स्विंग्स हो सकते हैं। आप चिड़चिड़ापन, उदासी या बेचैनी महसूस कर सकते हैं।
- याददाश्त और ध्यान में कमी – नींद की कमी से याददाश्त और फोकस कमजोर हो सकता है। चीजों को याद रखना मुश्किल हो सकता है, और ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई हो सकती है।
- भूख में बदलाव – नींद की कमी से भूख के पैटर्न में भी बदलाव आ सकता है। आप अधिक भूख महसूस कर सकते हैं या सामान्य से कम भूख लग सकती है।
- वजन बढ़ना – पर्याप्त नींद न लेने से वजन बढ़ने की संभावना बढ़ जाती है। नींद की कमी से शरीर में कॉर्टिसोल हार्मोन का स्तर बढ़ता है, जो वजन बढ़ाने में भूमिका निभा सकता है।
- हृदय संबंधी समस्याएं – नींद की कमी से हृदय रोगों का खतरा बढ़ सकता है। इससे ब्लड प्रेशर में वृद्धि और हृदय की धड़कन में अनियमितता हो सकती है।
- इम्यून सिस्टम का कमजोर होना – पर्याप्त नींद न लेने से इम्यून सिस्टम कमजोर पड़ जाता है, जिससे बीमारियों से लड़ने की शरीर की क्षमता घट जाती है।
- आंखों के नीचे काले घेरे – नींद की कमी से आंखों के नीचे काले घेरे और सूजन हो सकती है।
- सिरदर्द – नींद पूरी न होने से सिरदर्द की समस्या हो सकती है।
- पाचन समस्याएं – नींद की कमी से पाचन से जुड़ी समस्याएं, जैसे कब्ज, दस्त और एसिडिटी, हो सकती हैं।
नींद की कमी से बचने के उपाय–
- सोने और जागने का एक निश्चित समय तय करें – हर दिन एक ही समय पर सोने और जागने का प्रयास करें।
- शांत माहौल बनाएं – सोने से पहले एक शांत और सुकूनभरा वातावरण तैयार करें।
- बेडरूम को आरामदायक रखें – बेडरूम में अंधेरा, शांति और ठंडक बनाए रखें।
- कैफीन और शराब से दूर रहें – सोने से पहले कैफीन और शराब का सेवन न करें, ये आपकी नींद में बाधा डाल सकते हैं।
- दिन में व्यायाम करें – नियमित व्यायाम से नींद की गुणवत्ता में सुधार हो सकता है।
- सोने से पहले इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का प्रयोग न करें – इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से निकलने वाली नीली रोशनी नींद को प्रभावित कर सकती है।
कब डॉक्टर से मिलें?
अगर आपको ऐसा लगे कि नींद की समस्या बनी हुई है और सभी प्रयासों के बावजूद आराम नहीं मिल रहा है, तो डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए। डॉक्टर आपकी समस्या के कारणों को समझने में मदद कर सकते हैं और उचित उपचार की सलाह दे सकते हैं।