छठ पूजा: छठ पूजा एक बेहद लोकप्रिय पर्व है, जिसमें मांएं अपनी संतान की खुशहाली के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। यदि आप पहली बार यह व्रत रखने जा रही हैं, तो अपनी सेहत का ध्यान रखने के लिए इन जरूरी बातों को जरूर अपनाएं।

छठ पूजा का पर्व बिहार और कई अन्य राज्यों में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। यह पर्व चार दिन तक चलता है, जिसमें सूर्य देव और छठी मैया की पूजा की जाती है। इस दिन महिलाएं अपनी संतान की खुशहाली के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। नदी, तालाब या किसी जलाशय के पास जाकर छठ की पूजा संपन्न की जाती है, जहां भक्त सूर्य को अर्घ्य अर्पित करते हैं। इस अवसर पर कई प्रकार के फल, मिठाइयाँ और पकवान प्रसाद के रूप में तैयार किए जाते हैं।

महिलाएं इस दिन व्रत रखकर पूजा करती हैं, लेकिन इस दौरान अपनी सेहत का ध्यान रखना भी बेहद आवश्यक है। यदि आप छठ पूजा का व्रत रख रही हैं, तो अपनी सेहत का ध्यान रखने के लिए विशेषज्ञ द्वारा सुझाए गए इन टिप्स को जरूर अपनाएं।

छठ पूजा: हाइड्रेट

व्रत रखने से पहले और व्रत खोलने के बाद शरीर को हाइड्रेटेड रखने के लिए नारियल पानी का सेवन करें और ऐसे खाद्य पदार्थ खाएं जो हाइड्रेशन में मदद करें। खासकर व्रत के पहले दिन इस पर ध्यान दें, ताकि अगले दिन निर्जला व्रत के दौरान आपका शरीर डिहाइड्रेट न हो।

हल्का खाना खाएं

व्रत के दौरान भूखे रहने के बाद व्रत खोलने के समय भारी भोजन से बचें। इसके बजाय, हल्का खाना खाएं। भारी भोजन का पाचन पर बुरा असर पड़ सकता है, और तलेभुने या मसालेदार खाने से पाचन में समस्या हो सकती है।

इन चीजों से करें परहेज

व्रत से पहले और बाद में ऐसी चीजों का सेवन करने से बचें जो पेट में एसिडिटी पैदा कर सकती हैं। जैसे कि बीन्स, पत्तागोभी, और विभिन्न प्रकार की दालें तथा राजमा, ये सब पेट में एसिड उत्पन्न करने का काम करते हैं। इसलिए व्रत के पहले और बाद में इन चीजों से परहेज करें।

चाय या कॉफी

निर्जला व्रत रखने के एक दिन पहले, खासकर खाली पेट, चाय और कॉफी का अधिक सेवन करने से बचें, क्योंकि यह भी एसिडिटी की समस्या पैदा कर सकता है।

ज्यादा एनर्जी वाले काम करें

व्रत के दौरान अधिक भागदौड़ वाले काम करने से बचें, क्योंकि इससे शरीर जल्दी थक सकता है, जिससे कमजोरी हो सकती है। इसके परिणामस्वरूप चक्कर आना या अन्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए, बेहतर है कि आप आराम करें और अधिक ऊर्जा वाले कार्यों से दूर रहें।

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