विवेक ओबेरॉय :  ने हाल ही में बताया कि फिल्मसाथियाकी शूटिंग के दौरान वहां लगभग 2000 लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई थी। लोगकंपनीफिल्म में उनके किरदार का नाम लेकर शोर मचाने और डायलॉग्स बोलने लगे। इसके बाद विवेक ओबेरॉय घबराकर रानी मुखर्जी की मेकअप वैन में छिप गए।

विवेक ओबेरॉय इन दिनों फिल्मों से दूर हैं और कहा जा रहा है कि वह इस समय अपने बिजनेस पर फोकस कर रहे हैं। विवेक ओबेरॉय ने 2002 में रानी मुखर्जी के साथ फिल्मसाथियामें काम किया था, जहां दोनों की कैमिस्ट्री ने फैंस का दिल छू लिया था। अब, फिल्म की रिलीज के 22 साल बाद, विवेक ने बताया कि जब वेसाथियाकी शूटिंग कर रहे थे, तो करीब 2000 लोगों की भीड़ ने उन्हें घेर लिया था, और उन्होंने साझा किया कि वह किस तरह वहां से भागने में सफल हुए।

इंडियन एक्सप्रेस के साथ बातचीत में विवेक ओबेरॉय नेसाथियाकी शूटिंग के दौरान सेट पर हुई एक घटना को याद किया, जब फैन्स की भीड़ ने उन्हें घेर लिया था। उस पल को याद करते हुए विवेक ने कहा, “जब 12 अप्रैल 2002 को मेरी पहली फिल्मकंपनीरिलीज हुई थी और उसी रविवार को हमसाथियाके एक महत्वपूर्ण सीन की शूटिंग कर रहे थे, जिसमें मुझे रानी मुखर्जी का पीछा करना था। उस वक्त तक रानी एक स्टार बन चुकी थीं और उनके पास सुरक्षा गार्ड्स भी थे।

मैं घबरा रहा था और फैंस चिल्ला रहे थे

विवेक ओबेरॉय ने आगे बताया, “चूंकि उस दिन गेयटी गैलेक्सी रेलवे चैनल के पास सब कुछ सामान्य लग रहा था, हमने शूटिंग शुरू कर दी। लेकिन करीब 11 बजे लोगों नेचंदू भाई‘ (कंपनी में विवेक के किरदार का नाम) का नाम लेकर शोर मचाना शुरू कर दिया। मैं तो शुरुआत में खुश था, लेकिन फिर 4-5 लोगों से होते हुए वहां 2000 लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई। सारी सुरक्षा बेकार हो गई। मैं घबराने लगा क्योंकि इस वजह से एक दिन की शूटिंग खराब हो रही थी। फिर शाद मुझे बाहर निकालना चाहते थे, तो उन्होंने मुझे रानी के मेकअप वैन में धकेल दिया। मैं खिड़की से बाहर देख रहा था, और वो फैंस मेरे डायलॉग्स चिल्ला रहे थे।

पुलिस मुझे क्रिमिनल की तरह लेकर गई

विवेक ओबेरॉय ने बताया, “आखिरकार टीम को पुलिस को बुलाना पड़ा, और उन्होंने कहा कि मुझे वहां से निकल जाना चाहिए। फिर शाद ने वैनिटी का दरवाजा खोला और मुझसे कहा कि रुको और देखो, यह भीड़ तुम्हारे लिए आई है। उन्होंने मुझे बताया कि तुम एक स्टार हो। इसके बाद पुलिस ने मुझे अपनी वैन में डाला और एक आम अपराधी की तरह मुझे वहां से ले जाया। अगले रविवार हम फिर वापस आए और पुलिस सुरक्षा के साथ उसी सीन की शूटिंग की।

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