अर्जुन कपूर मलाइका अरोड़ा ब्रेकअप: अर्जुन कपूर ने ‘सिंघम अगेन‘ में डेंजर लंका का किरदार निभाकर सबका ध्यान आकर्षित किया है। अजय देवगन की इस फिल्म में अर्जुन ने विलेन के रूप में बेहतरीन प्रदर्शन किया है। हालांकि, अपनी निजी जिंदगी में वे कई उतार–चढ़ाव से गुजर रहे हैं। मलाइका अरोड़ा से ब्रेकअप के बाद, उन्होंने अपने अकेलेपन के अनुभवों पर भी बात की है।
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अर्जुन कपूर (Arjun Kapoor) इन दिनों अपनी निजी और पेशेवर जिंदगी को लेकर काफी चर्चा में हैं। एक ओर ‘सिंघम अगेन’ (Singham Again) में डेंजर लंका के रूप में उनकी जबरदस्त भूमिका सराही जा रही है, तो वहीं दूसरी ओर मलाइका अरोड़ा (Malaika Arora) से ब्रेकअप के बाद उन्होंने अपनी राह अलग कर ली है। अर्जुन हमेशा से अकेलेपन, शोहरत और नकारात्मक विचारों पर बेबाकी से बात करते आए हैं। हाल ही में उन्होंने अपनी निजी जिंदगी के बारे में खुलकर बात की और कहा कि वो फिर से चीजों के साथ जुड़ने की कोशिश कर रहे हैं।
हॉलीवुड रिपोर्टर इंडिया के साथ एक इंटरव्यू में अर्जुन कपूर से पूछा गया कि उन्होंने पिछले इंटरव्यू में अकेलेपन पर बात की थी, तो क्या मलाइका अरोड़ा से ब्रेकअप के बाद फिर से वही भावनाएं उभर आई हैं? अर्जुन ने जवाब में बताया कि इस विषय पर उन्होंने पहली बार 2014 में बात की थी, जब वे अपनी मां के निधन के बाद की स्थिति से उबर रहे थे। अर्जुन के अनुसार, तब वे अपने 20वें दशक में थे और जब खाली घर में लौटते थे, तो गहरा अकेलापन महसूस होता था।
जिंदगी में अर्जुन कपूर ने देखे कई उतार–चढ़ाव
अर्जुन कपूर ने 2012 में परिणीति चोपड़ा के साथ हिट फिल्म ‘इश्कजादे’ से अपने करियर की शुरुआत की थी। इसके बाद उन्होंने ‘2 स्टेट्स’ और ‘गुंडे’ जैसी सफल फिल्मों में काम किया। अर्जुन अकेलेपन से उबरकर आगे बढ़े हैं। उन्होंने माना कि पिछले कुछ सालों में उनके करियर में कई उतार–चढ़ाव आए, और उन्होंने अपनी निजी जिंदगी को संतुलित करने की भी भरपूर कोशिश की है।
मुझे अपने बारे में सोचना चाहिए – अर्जुन कपूर
अर्जुन ने कहा, “मुझे लगता है कि इस समय मुझे अपने ख्याल रखने की जरूरत है। लोग अक्सर स्वार्थी होने को गलत समझते हैं, लेकिन मेरे लिए यह स्वार्थ नहीं है। दरअसल, मैं कई अन्य कारणों से ठीक महसूस नहीं कर रहा था। यह सिर्फ अकेलापन या अकेले होने की बात नहीं थी, बल्कि मेरी जिंदगी और रिश्तों में चल रही कई चीजें थीं।” एक्टर ने आगे कहा कि अगर किसी को अकेलापन ठीक नहीं लगता, तो इसका समाधान ढूंढना जरूरी है, लेकिन इसे किसी और के साथ रिश्ते पर थोपना सही नहीं है।
चीजों को तोड़–मरोड़ कर पेश नहीं करूंगा – अर्जुन
अर्जुन ने आगे कहा, “चाहे आप किसी रिश्ते में हों या नहीं, इस बारे में बात करना और समझना मुश्किल होता है, क्योंकि मुझे लगता है कि मुझे हालात का सम्मान करना चाहिए। इसी कारण मैं इस पर ज्यादा विस्तार से नहीं जाना चाहता, लेकिन मैं इन दोनों बातों को कभी भी गलत तरीके से नहीं दिखाऊंगा। मुझे लगता है कि मेरे जीवन के शुरुआती दौर की समस्याओं का संबंध मेरी मौजूदा स्थिति से नहीं है।”