स्किन टाइप के अनुसार मॉइस्चराइजर: मॉइस्चराइजर हमारी स्किन केयर रूटीन का एक महत्वपूर्ण तत्व है। यह स्किन को ताजगी और हाइड्रेशन प्रदान करता है। हालांकि, सही मॉइस्चराइजर का चयन आपकी स्किन टाइप पर निर्भर करता है। आइए जानें, ड्राई और ऑयली स्किन के लिए किस प्रकार के मॉइस्चराइजर का इस्तेमाल करना चाहिए।

स्किन पर ग्लो और नमी बनाए रखने के लिए मॉइस्चराइजर अत्यंत आवश्यक है। यह स्किन में नमी बनाए रखता है और उसे स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है। साथ ही, मॉइस्चराइजर स्किन को हाइड्रेट करता है और रूखी, बेजान स्किन को टोन करता है, जिससे चेहरा स्वस्थ और चमकदार नजर आता है। अगर मॉइस्चराइजर का उपयोग नहीं किया जाए, तो स्किन की नमी धीरेधीरे कम होने लगती है, जिससे स्किन रूखी हो सकती है और रेडनेस या खुजली जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।

मॉइस्चराइजर स्किन के लिए एक सुरक्षा कवच का काम करता है, जिससे त्वचा की बाहरी परत मजबूत रहती है। उम्र बढ़ने के साथ, स्किन में कोलेजन और इलास्टिन की मात्रा घटने लगती है, जिससे झुर्रियां और अन्य एजिंग साइन नजर आने लगते हैं। इसके अलावा, स्किन के रूखा होने पर भी झुर्रियों और फाइन लाइंस की समस्या उत्पन्न हो सकती है। नियमित रूप से मॉइस्चराइजर का उपयोग करने से स्किन हाइड्रेट रहती है, जिससे झुर्रियों का प्रभाव कम किया जा सकता है। हाइड्रेटेड स्किन स्वस्थ और ताजगी से भरी नजर आती है।

मॉइस्चराइजर का उपयोग करते समय लोगों की सबसे बड़ी गलती यह होती है कि वे ट्रेंडिंग या दूसरों के देखादेखी किसी भी मॉइस्चराइजर का उपयोग करने लगते हैं। हालांकि, मॉइस्चराइजर का चयन हमेशा अपनी स्किन टाइप के अनुसार ही करना चाहिए। इस लेख में, हम आपको बताएंगे कि आपकी स्किन टाइप के अनुसार कौन सा मॉइस्चराइजर आपके लिए सबसे उपयुक्त रहेगा।

स्किन टाइप के अनुसार मॉइस्चराइजर: नॉर्मल स्किन

डॉ. सौम्या सचदेवा के अनुसार, जिनकी त्वचा नॉर्मल या कॉम्बिनेशन है, वे जेल या क्रीम बेस्ड मॉइस्चराइजर का उपयोग कर सकते हैं। इससे त्वचा हाइड्रेट रहती है, चिपचिपापन महसूस नहीं होता और पिंपल्स की समस्या भी कम होती है। ऐसे लोग दिन में जेल बेस्ड और रात में क्रीम बेस्ड मॉइस्चराइजर का उपयोग कर सकते हैं।

ऑयली स्किन

कई लोग मानते हैं कि ऑयली स्किन पर मॉइस्चराइजर का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए, लेकिन यह एक मिथक है। हल्के और तेलमुक्त मॉइस्चराइजर का उपयोग करके तैलीय त्वचा में भी नमी बनाए रखी जा सकती है। जिनकी त्वचा ऑयली है, वे लाइटवेट, वॉटरी या जेल बेस्ड मॉइस्चराइजर का चुनाव कर सकते हैं। हालांकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि ऑयली त्वचा पर बहुत अधिक मॉइस्चराइजर का उपयोग न करें।

ड्राई स्किन

जिन लोगों की स्किन ज्यादा ड्राई हैं वो लोग क्रीमी मॉइस्चराइजर का उपयोग कर सकते हैं. साथ ही दिन में 2 से 3 बार इसे लगा सकते हैं.

पहले पहचाने स्किन टाइप

पहले और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि आपको अपनी स्किन टाइप के बारे में जानकारी होनी चाहिए। बहुत से लोग अपनी स्किन टाइप से अनजान होते हैं और किसी भी प्रकार के मॉइस्चराइजर का उपयोग करते हैं। इससे उनकी त्वचा पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता या फिर गलत परिणाम सामने आ सकते हैं।

दिल्ली के आरएमएल हॉस्पिटल के डर्मेटोलॉजिस्ट डॉक्टर भावुक धीर के अनुसार, अपनी स्किन टाइप जानने के लिए सबसे पहले अपने चेहरे को साफ पानी से धोएं और फिर किसी क्रीम को चेहरे पर लगाकर कुछ समय के लिए छोड़ दें। यदि क्रीम त्वचा में पूरी तरह से समा जाती है, तो यह सूखी त्वचा का संकेत हो सकता है। लेकिन अगर क्रीम चेहरे पर बनी रहती है और त्वचा चिपचिपी या तेली महसूस होती है, तो इसका मतलब है कि आपकी त्वचा ऑयली हो सकती है।

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अगर आपकी त्वचा पर मुंहासे हैं, स्किन संबंधी किसी समस्या का सामना कर रहे हैं, या आपकी त्वचा संवेदनशील है, तो एक विशेषज्ञ से परामर्श करना महत्वपूर्ण है। वे आपकी त्वचा के अनुसार उपयुक्त मॉइस्चराइजर की सलाह दे सकेंगे।

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